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खजाने के अंदर मिला इतना बड़ा खजाना, कीमत आंकने में विशेषज्ञों के छूटे पसीने

Treasure : खजाने में अनमोल और बेशकीमती चीजों का मिलना बेहद सुखद होता है. यह रातों-रात लोगों की जिंदगी बदल देता है. लेकिन पुरातत्वविदों के साथ एक खजाने को लेकर एक अनूठा अनुभव हुआ. जब वे पहले तो खजाने में मिली 2 चीजों को तो लंबे समय पहचानने में ही असफल रहे. फिर जब पहचाने तो पैरों तले जमीन खिसक गई. दरअसल, 6 दशक से भी ज्‍यादा समय पहले इबेरिया में एक खजाना खोजा गया था, जिसमें खूब सारा सोना था, साथ ही 2 जंग लगी चीजें भी मिली थीं. सालों की जांच के बाद पता चला कि ये जंग लगी चीजें तो बहुत ही खास और अनमोल हैं. सोने से भी कीमती धातु इबेरिया में मिले कांस्य युग के सोने के खजाने में शोधकर्ताओं को 2 अनूठी जंग लगी चीजें मिलीं. इसमें एक फीका सा दिखने वाला कंगन और खोखला जंग लगा आधा गोला दिखाई दे रहा था, जिसमें सोने की नक्काशी की गई थी. लेकिन बाद में पता चला कि वे जिसे सोना समझ रहे थे वो सोना नहीं बल्कि उससे कहीं ज्‍यादा कीमती धातु है. धरती से नहीं निकली धातु इससे भी ज्‍यादा चौंकाने वाली बात यह है कि यह धातु पृथ्वी के अंदर से तो निकली ही नहीं है. स्टडी में पाया गया है कि यह धातु कोई और नहीं बल्कि लोहा थी, लेकिन यह लोहा पृथ्वी के अंदर से नहीं बल्कि उलकापिंडों से आया था जो अंतरिक्ष से धरती पर गिरे थे. इस खोज का खुलासा स्पेन के राष्ट्रीय पुरातत्व संग्रहालय के अब रिटायर हो चुके संरक्षण प्रमुख, साल्वाडोर रोविरा-लोरेन्स के नेतृत्व में की गई जनवरी में प्रकाशित एक शोधपत्र में किया गया था. पहचानने में लगा लंबा समय सोने की वस्तुओं के भण्डार के रूप में मशहूर विलेना का यह खजाना 60 साल से भी पहले 1963 में स्पेन के वर्तमान एलिकांटे में खोजा गया था. तब से ही इसे इबेरियन प्रायद्वीप और पूरे यूरोप में कांस्य युग की स्वर्णकारी के सबसे अहम मिसालों में से एक माना जाता है. लंबे समय तक खजाने में मिली इन दोनों चीजों को पहचानना ही संभव नहीं रहा. लेकिन यह नक्‍काशी बताती है कि 3,000 साल से भी अधिक पहले इबेरिया में धातुकर्म तकनीकें हमारी सोच से कहीं अधिक उन्नत थीं. लेकिन शोधकर्ता यह जानकर भी परेशान थे कि आखिर इतना सारा लोहा लोह युग से पहले कैसे निकलने लगा. बता दें कि अध्ययन के नतीजे ट्रैबाजोस डि प्रिहिस्टोरिया में प्रकाशित किए गए थे. None

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