घर खरीदने का सपना देश रहे लोगों के लिए बुरी खबर है। पिछले 1 साल में प्रॉपर्टी की कीमत 32% तक बढ़ गई है। पहले से ही घर की आसमान छूती ने आम लोगों को पहुंच से इसे बाहर कर दिया है। कीमत में जारी बढ़ोतरी ने एक और बड़ा झटका दे दिया है। आपको बता दें कि देश के 8 प्रमुख शहरों में मजबूत मांग के साथ जुलाई-सितंबर तिमाही में मकानों के दाम में सालाना आधार पर औसतन 11% की वृद्धि हुई है। दिल्ली-एनसीआर में सबसे अधिक 32% की की तेजी आई है। क्रेडाई कोलियर्स और लायसेस फोरास की सोमवार को जारी संयुक्त रिपोर्ट में कहा गया कि 2021 से लगातार 15वीं तिमाही में औसत आवास की कीमतों में वृद्धि हुई है। हालांकि, रियल्टी एक्सपर्ट का कहना है कि यह तेजी इन्वेस्टर्स के दम पर दिखाई जा रही है। एंड यूजर्स चाह कर भी घर खरीद नहीं पा रहे हैं। ऐसे में यह तेजी लंबे समय तक नहीं चलने वाली है। इन्वेस्टर्स कब तक मार्केट को ड्राइव करेंगे। एक बार फिर से रियल एस्टेट में सुस्ती देखने को मिलेगी। रिपोर्ट के अनुसार, भारत के शीर्ष आठ बाजारों में आवासीय कीमतें 2024 की तीसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सालाना आधार पर औसतन 11 प्रतिशत बढ़कर 11,000 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। इसकी प्रमुख वजह मजबूत मांग और सकारात्मक बाजार धारणा रही। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में सबसे अधिक 32 प्रतिशत की सालाना वृद्धि हुई। इसके बाद बेंगलुरू में 24 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि हुई। आंकड़ों के अनुसार, इस साल जुलाई-सितंबर में दिल्ली-एनसीआर आवास की औसत कीमतें 32 प्रतिशत बढ़कर 11,438 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं, जो एक साल पहले इसी अवधि में 8,655 रुपये प्रति वर्ग फुट थीं। बेंगलुरु में दरें सालाना आधार पर 9,471 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 11,743 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। इनके अलावा अहमदाबाद में दरें 16 प्रतिशत, पुणे में 10 प्रतिशत, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) में चार प्रतिशत, हैदराबाद तथा कोलाकाता में तीन-तीन प्रतिशत और चेन्नई में दो प्रतिशत बढ़ी। क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि आवासीय कीमतों में जारी वृद्धि मकान खरीदारों की सकारात्मक भावनाओं और रियल एस्टेट बाजार की अत्यधिक अनुकूल रुख की पुष्टि करता है। कोलियर्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी बादल याग्निक ने कहा कि मौद्रिक नीति में संभावित ढील तथा प्रत्याशित नीतिगत दर में कटौती से निकट भविष्य में मकान खरीदारों को वित्तीय राहत मिल सकती है। लायसेस फोरास के प्रबंध निदेशक पंकज कपूर ने कहा कि बिक्री और कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जो यह दर्शाता है कि मांग बरकरार है। उन्होंने कहा, लक्जरी खंड का दबदबा बना हुआ है, हालांकि हम नई पेशकशों में धीरे-धीरे कमी देख रहे हैं। अंतरिक्ष इंडिया ग्रुप के सीएमडी राकेश यादव ने इंडिया टीवी को बताया कि प्रॉपर्टी कीमत बढ़ने के पीछे कई वजह है। पिछले कुछ साल में रॉ-मटेरियल्स, जमीन, लेबर कॉस्ट और कंस्ट्रक्शन कॉस्ट कई गुना बढ़ गई है। इससे ओवरऑल प्रोजेक्ट की लागत बढ़ गई है। इसके अलावा मार्केट में मांग अधिक और सप्लाई कम हुई है। ऐसे हालात में डेवलपर्स चाहकर भी अफोर्डेबल प्रोजेक्ट लॉन्च नहीं कर रहा है। इसलिए प्रॉपर्टी की कीमत लगातार बढ़ रही है। Latest Business News None
Popular Tags:
Share This Post:
रिलांयस पावर के स्टॉक्स में जोरदार उछाल, अपर सर्किट के साथ खुले शेयर- जानें वजह
December 4, 2024What’s New
Spotlight
Today’s Hot
-
- December 3, 2024
-
- December 3, 2024
-
- December 3, 2024
Featured News
Latest From This Week
Subscribe To Our Newsletter
No spam, notifications only about new products, updates.