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संभल: बिजली चोरी को लेकर हो रही रुटीन चेक अप में सपा को क्यों दिख रही सियासत?

उत्तर प्रदेश के संभल में सर्वे तो हो ही रहा है, इसके ऊपर बिजली चोरी को लेकर चल रहा विवाद भी गहराता जा रहा है। बिजली डिपार्टमेंट के अधिकारी इस समय लगातार रेड मार रहे हैं, सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क पर तो 1.91 करोड़ की बिजली चोरी करने का आरोप भी लग चुका है। अब अधिकारी तो इसे सिर्फ एक रुटीन चेक अप बता रहे हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी इसे ‘टारगेटेड रेड’ के रूप में देख रही है, इस पूरी कार्रवाई को सियासत से प्रेरित बता रही है। अब जानकारी के लिए बता दें कि यूपी सरकार को ऐसे इनपुट मिले थे कि संभल के कई मस्जिदों और मदरसों में अवैध बिजली कनेक्शन लगे हुए हैं, उस वजह से ही बिजली की चोरी भी हो रही है। अब Uttar Pradesh Power Corporation Ltd (UPPCL) को नुकसान तो सिर्प 30 फीसदी का हो रहा है, लेकिन सीएम योगी ने दावा किया है कि संभल के कुछ इलाकों में यहीं आंकड़ा 75 फीसदी को भी पार कर चुका है। उनकी तरफ से जोर देकर बोला गया है कि देश के संसाधनों को लूटा जा रहा है। अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर साधा निशाना बड़ी बात यह है कि बीते गुरुवार को पावर डिपार्टमेंट ने मोरादाबाद में भी बिजली चोरी को लेकर बड़े स्तर पर कार्रवाई की थी, कमिश्नर Aunjaneya Kumar Singh ने सख्त से सख्त एक्शन लेने को कहा था। उस समय सभी अधिकारियों को निर्देश दिए गए थे कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा और चर्च में बिजली मीटर की पड़ताल की जाए। बड़े अधिकारी तो यहां तक कह रहे हैं कि लोगों ने संभल को लेकर ज्यादा बवाल किया है जबकि असल में यह एक रुटीन चेक अप है जो सिर्फ संभल में नहीं यूपी के कई दूसरे इलाकों में भी होता रहता है। वैसे अधिकारी यह जरूर मान रहे हैं कि इस बार उन जगहों पर कार्रवाई पहले की जा रही है जहां से बिजली चोरी की सबसे ज्यादा खबरें आ रही हैं। अब कुछ आंकड़े अगर समझें जाएं तो उससे बिजली चोरी की समस्या को और ज्यादा ठीक तरीके से समझा जा सकता है। सर्दियों में भी यूपी 7000 मेगावॉट बिजली का उत्पादन करता है, लेकिन इन चोरियों की वजह से 20 से 22 फीसदी बिजली का नुकसान होता है। अब ये तर्क अधिकारियों का है, लेकिन समाजवादी पार्टी इसे सिर्फ राजनीति से प्रेरित एक प्रयोग मान रही है। यहां तक कहा जा रहा है कि सिर्फ एक वर्ग को निशाने पर लेने के लिए यह सबकुछ किया जा रहा है। वैसे संभल में सिर्फ बिजली चोरी का विवाद नहीं चल रहा है, कई दूसरे विवाद भी हैं। ऐसे में संभल की दूसरी खबरों के लिए यहां क्लिक करें None

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