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आर्कटिक की सारी बर्फ 2027 तक पिघल जाएगी! फिर पड़ेगी भयानक गर्मी, वैज्ञानिकों ने दी तबाही की चेतावनी

Arctic Sea Ice Melting: आर्कटिक महासागर में जमा बर्फ बड़ी तेजी से पिघल रही है. एक नई स्टडी में, वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि 2027 तक आर्कटिक की सारी बर्फ पिघल सकती है. अगर ऐसा हुआ तो तीन साल बाद इस इलाके को पहली बार गर्मी का सामना करना पड़ सकता है. जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में यह दुनिया की एक बड़ी हार होगी. एक इंटरनेशनल रिसर्च टीम ने इस अभूतपूर्व घटना के समय का पूर्वानुमान लगाने के लिए एडवांस्ड कंप्यूटर मॉडल का इस्तेमाल किया. इस टीम में US के कोलोरैडो बोल्डर विश्वविद्यालय की जलवायु वैज्ञानिक एलेक्जेंड्रा जॉन और गोथेनबर्ग विश्वविद्यालय की सेलिन ह्यूज भी शामिल हैं. उनकी खोज के नतीजे 'नेचर कम्युनिकेशंस' जर्नल में छपे हैं. कितनी तेजी से पिघल रही है बर्फ? जॉन और ह्यूज के नेतृत्व में चली रिसर्च बताती है कि आर्कटिक सागर की बर्फ हर दशक दशक 12% से अधिक की अभूतपूर्व दर से कम हो रही है. यह ग्रीनहाउस गैसों के बढ़ते उत्सर्जन का नतीजा है. इस साल, आर्कटिक समुद्री बर्फ का न्यूनतम स्तर 4.28 मिलियन वर्ग किलोमीटर दर्ज किया गया, जो 1978 में रिकॉर्ड शुरू होने के बाद से सबसे निचले स्तरों में से एक है. अगर बर्फ का इलाका 1 मिलियन वर्ग किलोमीटर से कम हुआ तो वैज्ञानिक आर्कटिक को 'बर्फ-मुक्त' घोषित कर देंगे. यह भी पढ़ें: अंटार्कटिका की रहस्यमय झील पूरी तरह जमी नहीं, उसके भीतर पानी है! वैज्ञानिकों की खोज ने किया हैरान जॉन ने कहा कि आर्कटिक से बर्फ पिघलने का असर शायद अगले दिन से बड़े बदलावों के रूप में नहीं दिखेगा. लेकिन यह आर्कटिक के बारहमासी समुद्री बर्फ के कवर को खत्म कर देगा. उन्होंने कहा कि 'यह दिखाएगा कि कैसे हमने आर्कटिक महासागर के प्राकृतिक वातावरण के प्रमुख गुणों में से एक को मूल रूप से बदल दिया है.' यह भी देखें: दुनिया सच नहीं, हम एक सिमुलेशन... एक छलावे में जी रहे हैं! ब्रिटिश वैज्ञानिक का दावा कब तक पिघल जाएगी पूरी बर्फ? रिसर्च टीम के मॉडल ने दिखाया कि असामान्य रूप से गर्म शरद ऋतु मौजूदा समुद्री बर्फ को कमजोर कर सकती है, उसके बाद हल्की सर्दियां और वसंत आते हैं जो नई बर्फ के निर्माण को रोकते हैं. यदि ऐसी परिस्थितियां लगातार तीन सालों तक बनी रहती हैं, तो आर्कटिक में बर्फ रहित दिन देखने को मिल सकता है. अधिकांश मॉडल भविष्यवाणी करते हैं कि 2023 के बाद 9 से 20 सालों के भीतर ऐसा हो सकता है. कुछ सिमुलेशन सुझाव देते हैं कि यह और भी पहले - तीन से छह सालें के भीतर - हो सकता है. None

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