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Yearender 2024: हार्दिक पंड्या की कप्तानी से लेकर विनेश के डिस्क्वालिफाई होने तक, पढ़ें साल के सबसे बड़े खेल विवाद

भारत के लिए 2024 खेलों के लिहाज से उतार-चढ़ाव भरा रहा। जहां भारत ने कई टूर्नामेंट में ऐतिहासिक जीत हासिल की वहीं कई में उसे निराशा भी हाथ लगी। इस साल कई खेल और खिलाड़ी विवादों के कारण भी चर्चा में रहे। चाहे वह भारतीय हॉकी और फुटबॉल कोच का इस्तीफा हो या फिर पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट का डिस्क्वालिफाई होना। यहां पढ़ें इस साल के सबसे बड़े विवाद हार्दिक पंड्या के मुंबई आने पर हुआ विवाद इस साल की शुरुआत में हार्दिक पंड्या मुंबई इंडियंस के कप्तान बने थे। इसके बाद जसप्रीत बुमराह ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी स्टोरी शेयर की जिससे ऐसा लगा की वह हार्दिक के कप्तान बनने से खुश नहीं है। हार्दिक को भी पूरे आईपीएल में हूटिंग का सामना करना पड़ा। सोशल मीडिया पर भी वह काफी ट्रोल हुए। रोहित शर्मा को कप्तानी से हटाने के लिए मुंबई इंडियंस की भी काफी आलोचना हुई। विनेश फोगाट भारतीय रेसलर विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में फाइनल मुकाबले में पहुंची थी। उन्होंने देश के लिए मेडल पक्का किया था। हालांकि वह तय मानक के अंदर वजन नहीं रख पाईं और इसी कारण उन्हें डिस्क्वालिफाई कर दिया। विनेश ने बाद में यह दावा किया कि उन्हें पेरिस में आईओए और खेल मंत्रालय की तरफ से कोई मदद नहीं मिली। उन्हें उस घटना के दौरान अकेला महसूस हुआ। इगोर स्टिमाक खिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) ने जून में राष्ट्रीय सीनियर पुरुष टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमाक को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद स्टिमाक ने फुटबॉल एसोसिएशन पर कई गंभीर आरोप लगए। उन्हें कहा कि फेडरेशन की तरफ से उन्हें कोई समर्थन नहीं मिला, उन्हें झूठ बोला गया। उनकी बातों को अहमियत नहीं दी गई। टीम के फैसले भी उनसे पूछे बिना किए गए। भारतीय फेडरेसन को स्टिमाक को हर्जाने के तौर पर बड़ी रकम देनी पड़ी। केएल और संजीव गोएंका आईपीएल 2024 के दौरान, सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ मैच में हार के बाद गोयनका और राहुल के बीच मैदान पर बहस हो गई थी। गोएंक राहुल पर नाराजगी जाहिर करते हुए दिखाई दिए थे। इस वीडियो को सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल हुआ था। केएल राहुल को इसके बाद रिटेन नहीं किया गया था। वह अब दिल्ली कैपिटल्स का हिस्सा हैं। यानेका शॉपमैन का इस्तीफा महिला हॉकी टीम की कोच यानेक शॉपमैन के इस्तीफे पर भी काफी बवाल हुआ था। उन्होंने हॉकी इंडिया पर गंभीर आऱोप लगाए थे। उन्होंने कहा, ‘मैंने देखा कि पुरुष और महिला कोच के बीच भेदभाव होता है। मैं नेदरलैंड्स की रहने वाली हूं, अमेरिका में काम कर चुकी हूं लेकिन भारत में एक औरत होते हुए काम करना बहुत मुश्किल है। मैं ऐसी जगह काम कर चुकी हूं जहां औरतों की अपनी सोच होती है और उसे अहमियत दी जाती है।’ हालांकि हॉकी इंडिया के अधिकारियों ने इसे गलत बताया ता। None

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