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ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले भी कई बार संन्यास का मन बना चुके थे अश्विन, बताया क्यों नहीं चाहते फैंस उन्हें करें सेलिब्रेट

भारत के दिग्गज स्पिनर्स अश्विन ने बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दौरान संन्यास का ऐलान कर दिया। अश्विन ने ब्रिस्बेन टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में संन्यास के बारे में बताया। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अश्विन ने पहली बार संन्यास को लेकर इंटरव्यू दिया। उन्होंने यहां न सिर्फ अपने संन्यास के पीछे की असल वजह बताई बल्कि यह भी बताया कि वह क्यों नहीं चाहते कि फैंस उन्हें सेलिब्रेट करें। अश्विन ने स्काई स्पोर्ट्स से बताया कि ब्रिस्बेन टेस्ट से पहले ही वह कई बार संन्यास लेने के बारे में सोच चुके थे। जिस दिन उन्हें ऐसा लगा कि वह क्रिकेट में रचनात्मक रूप में कुछ और नहीं कर पा रहे हैं उन्होंने यह अहम फैसला कर लिया। अश्विन ने कहा, ‘मैंने कई बार संन्यास के बारे में सोचा। मेरे लिए यह ऐसा था कि जिस दिन में उठूंगा और मुझे ऐसा लगेगा कि मेरी रचनात्मक साइड का कोई भविष्य और दिशा नहीं है, मैं उस दिन क्रिकेट छोड़ दूंगा। अचानक मुझे ऐसा लगा कि और मेंने संन्यास ले लिया।’ अश्विन ने कहा कि उन्हें किसी चीज का अफसोस नहीं है। उन्हें जो मिला बहुत मेहनत के बाद मिला। स्पिनर ने कहा, ‘लोगों को जिंदगी के अलग-अलग पड़ाव पर पता लगता है कि जिंदगी में उन्हें क्या करना है। मुझे खुशी है कि मैं जान गया है कि यही खेल मेरी जिंदगी है। मैंने लंबे समय तक टेस्ट क्रिकेट खेला और इसने मुझे बताया कि जिंदगी कैसे बनाई जाती है। यह मेरे साथ हुई सबसे खूबसूरत चीज है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कभी भी चीजों को पकड़कर रखने वाला व्यक्ति नहीं रहा, मैंने जीवन में कभी भी असुरक्षित महसूस नहीं किया। मेरा इस बात पर विश्वास नहीं है कि जो आज मेरा है वह कल भी मेरा होगा। यह शायद इन सभी वर्षों में मेरे उत्थान के कारणों में से एक रहा है।’ अपनी बात जारी रखते हुए कहा, “मैं हमेशा चीजों को शांति से पीछे छोड़ना चाहता था क्योंकि मैं इस बात पर विश्वास नहीं करता कि लोग मेरा जश्न मनाते हैं, मैं उस अटेंशन पर विश्वास नहीं करता जो हमें भारत में मिलता है। यह वह खेल है जो हमेशा मुझसे आगे रहा है।’ None

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