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Jammu Kashmir: नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक दल के नेता चुने गए उमर अब्दुल्ला, 4 निर्दलीय विधायकों ने भी दिया समर्थन

Jammu Kashmir News: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव में एनसी और कांग्रेस गठबंधन की जीत के बाद आज नेशनल कॉन्फ्रेंस के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें एनसी द्वारा उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को विधायक दल का नेता चुना गया। कांग्रेस के समर्थन पत्र के बाद उमर अब्दुल्ला उपराज्यपाल के पास जाकर सरकार बनाने का दावा करेंगे। इस दौरान श्रीगुफवारा बिजबेहरा से निर्वाचित विधायक बशीर वीरी ने यह जानकारी दी। वहीं एक अन्य नेता सलमान सागर ने कहा कि हमारे लिए यह भावुक पल था जब हमने उमर अब्दुल्ला को सीएम पद के लिए नामित किया है। बैठक से पहले कुछ नेताओं ने मीडिया से बातचीत की और इस दौरान एक नेता तनवीर सादिक ने कहा कि हम अपने वादों पर कायम रहेंगे। JKNC के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि आज नेशनल कॉन्फ्रेंस विधायक दल की बैठक में मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है। मैं विधायकों का आभार व्यक्त करता हूं। कांग्रेस से समर्थन पत्र लेने के लिए बातचीत चल रही है। 4 निर्दलीय विधायकों ने भी नेशनल कॉन्फ्रेंस को अपना समर्थन दिया है। जम्मू-कश्मीर में सिकुड़ गई कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस की बैसाखी के दम पर सत्ता में मिलेगी हिस्सेदारी #WATCH | Srinagar, J&K: JKNC vice president Omar Abdullah says, "Today in the meeting of the National Conference Legislature Party, I have been elected as the leader of the Legislature Party. I express my gratitude to the MLAs. Talks are going on to get the letter of support from… pic.twitter.com/uM86jG9rc9 उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि अब NC की संख्या 42 प्लस 4 निर्दलीय विधायक हैं। कांग्रेस से पत्र मिलने के बाद हम सरकार बनाने का दावा पेश करने राजभवन जाएंगे। गौरतलब है नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पहले ही यह कहा था कि उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बनेंगे। केवल गठबंधन की ओर से इसका औपचारिक एलान बाकी है। नई सरकार संभवत: शनिवार या सोमवार को शपथ ले सकती है। जम्मू-कश्मीर में AAP का खुला खाता, 98 फीसदी मुसलमानों वाली इस सीट पर BJP सिर्फ 1100 वोट से हारी बता दें कि इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में दिल्ली सरकार की एलजी से चलने वाली टशन की तुलना कश्मीर में करने को लेकर उमर अब्दुल्ला ने बड़ा बयान दिया था। उन्होंने कह था कि उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली के विपरीत जम्मू-कश्मीर में सरकार सुचारू रूप से काम कर पाएगी। उन्होंने कहा कि हमारे और दिल्ली के बीच एक फर्क है। दिल्ली कभी एक राज्य नहीं रहा। किसी ने दिल्ली को राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं किया। उमर अब्दुल्ला ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर 2019 से पहले राज्य था। हमसे प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य वरिष्ठ मंत्रियों ने राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा किया, जिन्होंने कहा है कि जम्मू-कश्मीर में तीन कदम उठाए जाएंगे – परिसीमन, चुनाव और फिर राज्य का दर्जा। None

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