NEWS

दीवाली में बच्चों को खिलाएं पोषण वाले लड्डू, स्वाद के साथ कैल्शियम और एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर

ओम प्रकाश निरंजन, कोडरमा: कोडरमा में अब बच्चों को मडुआ (रागी) खिलाना माता-पिता के लिए आसान हो गया है. मडुआ, जो कि प्रोटीन, विटामिन, आयरन, जिंक, कैल्शियम और एंटीऑक्सिडेंट जैसे पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है, कई लोगों के लिए साधारण स्वाद के कारण कम आकर्षक माना जाता है. खासकर बच्चों को मडुआ की रोटी या हलवा खिलाना अक्सर चुनौती बन जाता है. पर अब कोडरमा में जिला प्रशासन के सहयोग से फूड प्रोसेसिंग यूनिट में तैयार हो रहे मडुआ के स्वादिष्ट कुकीज और लड्डू इस समस्या का बेहतरीन समाधान बन गए हैं. मडुआ के लड्डू और कुकीज: स्वास्थ्य और स्वाद का बेहतरीन मेल कोडरमा में हाल ही में फूड प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना की गई है, जहां मडुआ से बनने वाले उत्पादों का उत्पादन हो रहा है. यह यूनिट खास तौर पर 500 महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से स्थापित की गई है, जहां वे मडुआ से कुकीज, लड्डू, ब्रेड और टोस्ट जैसे उत्पाद तैयार करती हैं. इस यूनिट में उत्पादों को हेल्दी बनाने के लिए चीनी की जगह गुड़ का इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही वनस्पति तेल की बजाय शुद्ध घी और ड्राई फ्रूट्स का उपयोग होता है. फूड प्रोसेसिंग यूनिट के टेक्निकल सपोर्टिंग स्टाफ अंबर भारद्वाज बताते हैं कि यहां बनाए जाने वाले सभी प्रोडक्ट्स को खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार तैयार किया जाता है ताकि पौष्टिकता बरकरार रहे. बच्चों के लिए मडुआ से बने उत्पाद: लड्डू, कुकीज और टोस्ट फूड प्रोसेसिंग यूनिट ने शुद्ध घी और ड्राई फ्रूट्स के साथ मडुआ के लड्डू और कुकीज को एक अनोखे रूप में पेश किया है, जिससे बच्चों के पोषण में कोई कमी न रहे. 6 पीस लड्डू के पैकेट की कीमत 75 रुपए है और 300 ग्राम के कुकीज का पैकेट मात्र 50 रुपए में उपलब्ध है. यह पहल न सिर्फ बच्चों के पोषण का ध्यान रखती है बल्कि ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का भी एक सशक्त माध्यम बनी है. आउटलेट्स से बढ़ती बिक्री और स्वरोजगार प्रखंड स्तर पर स्थापित आउटलेट्स के माध्यम से इन उत्पादों की बिक्री शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में की जा रही है. इन आउटलेट्स के जरिए ग्रामीण महिलाएं घर बैठे 3000 से 5000 रुपए तक की आमदनी कर रही हैं. इन उत्पादों को गांव की राशन दुकानों और मिठाई की दुकानों में भी उपलब्ध कराया गया है, जिससे उनकी पहुंच अधिक लोगों तक हो सके. मडुआ के लड्डू और कुकीज से बच्चों को संपूर्ण पोषण रूपश्री मेहता, जो कि मडुआ के लड्डू और कुकीज खरीदने के लिए बाजार आई थीं, ने बताया कि मडुआ बच्चों के पोषण के लिए बहुत लाभकारी है, लेकिन मडुआ की रोटी या हलवा उन्हें पसंद नहीं आता था. अब, जब मडुआ से बने कुकीज और लड्डू उनके लिए उपलब्ध हैं, तब से वे नियमित रूप से इन्हें खरीदकर अपने बच्चों को खिला रही हैं. शुद्ध घी और ड्राई फ्रूट्स से बने होने के कारण बच्चों को यह खूब पसंद आ रहे हैं और वे बिना किसी आनाकानी के इसे खा रहे हैं. Tags: Diwali festival , Kodarma news , Local18 , Sweet Dishes Diwali 2024: इस बार बाजार में इको फ्रेंडली दीयों की डिमांड, समूह की दीदीयां कर रहीं तैयार, घर बैठे मिला रोजगार 'मैं खुद को स्टार नहीं मानती', 67 की उम्र में भी हिट पे हिट दे रहीं एक्ट्रेस, कभी डेब्यू से मचाया था तहलका Surbhi Jyoti Sangeet: घूंघट काढ़ टीवी की ‘नागिन’ ने लगाए ठुमके, भरी महफिल में पति ने गोद में उठाया और फिर… Mathura News: दिवाली पर मिठाई खरीदते समय करें ये छोटा-सा काम, राज्य कर विभाग का लकी ड्रा दिलाएगा आपको बड़ा इनाम देसी घी के छोले-भठूरे अब तक नहीं किए हैं टेस्ट, तो ये जगह आपके लिए है परफेक्ट, कीमत मात्र इतनी काजू-बादाम का भी बाप है ये सबसे हॉट ड्राई फ्रूट, मक्का से आता है UP के इस शहर, स्वाद के साथ सेहत का खजाना मां शक्ति का शाकंभरी श्रृंगार क्यों किया जाता है, क्या है इसके पीछे की वजह? जानें मंदिर के पुरोहित से PHOTOS: OMG! कभी देखा है 400 टायर वाला बाहुबली ट्रक, जिसे चलाने में छूट जाते हैं 5-7 लोगों के पसीने Tips And Trick: मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए लगाएं ये 5 पौधे, घर में रहेगी ताजगी और खुशबू, डेंगू-मलेरिया बीमारी भी भाग जाएगी दूर None

About Us

Get our latest news in multiple languages with just one click. We are using highly optimized algorithms to bring you hoax-free news from various sources in India.