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UP News: ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं बदल रही अपनी किस्मत, बैंक सखी बनकर कमा रही अच्छा मुनाफा

अमेठी: ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के पास रोजगार के अवसर कम होते हैं. ऐसे में सरकार उन्हें लगातार विभिन्न रोजगार से जोड़ने के प्रयास कर रही है. सरकार की अहम योजना, बैंक सखी योजना, अमेठी में काफी सफल साबित हो रही है. अमेठी जिले में कई बैंक सखियों ने अच्छा खासा मुनाफा कमाया है और बीसी सखी के काम से अपने जीवन को आत्मनिर्भरता की ओर मोड़ लिया है. आज महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक मुनाफा कमा रही हैं और साथ ही लोगों की मदद भी कर रही हैं. यह योजना न केवल महिलाओं के आर्थिक उत्थान में मदद कर रही है, बल्कि समाज में उनके योगदान को भी बढ़ावा दे रही है. जिले में काम कर रहीं 472 महिलाएं जनपद अमेठी में 472 बैंक सखी सक्रिय रूप से काम कर रही हैं. ये महिलाएं राष्ट्रीय आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूह की सदस्य हैं, जिन्हें बैंक कॉरेस्पोंडेंस सखी के रूप में रखा गया है. इन्हें 4 हजार रुपए का मानदेय भी दिया जाता है, साथ ही उनके जमा और निकासी पर सरकार की ओर से एक निश्चित धनराशि भी मुहैया कराई जाती है, जिससे इनका जीवन यापन बेहतर हो रहा है. कर रही हैं अच्छी कमाई अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक, बीसी सखियों ने 221 करोड़ रुपए का लेनदेन किया है और करीब 54 लाख रुपए का मुनाफा अलग-अलग समूहों में कमाया है. एक बीसी सखी महीने में हजारों रुपए की कमाई कर रही है, जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है. बीसी सखी अनीता देवी ने बताया कि समूह बन जाने से उन्हें बहुत लाभ हुआ है. समूह के बिना उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और उनके जीवन में मुसीबतें थी. उन्होंने कहा कि बीसी सखी और समूह के काम के कारण महिलाएं आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं और फायदा कमा रही हैं. इन बीसी सखियों ने टॉप 10 में शामिल किया नाम जनपद में 10 बैंक सखियों ने टॉप टेन में अपना नाम शामिल किया है. जिनमें राधा कुमारी, अनिता देवी, बीना देवी, रानी, कंचन सिंह, निकिता यादव, इश्तिया बानो, अलका, प्रतिभा, गायत्री देवी और रेविका सिंह शामिल हैं. इन बीसी सखियों ने सबसे ज्यादा पैसे कमाए हैं और इनके साथ अन्य बीसी सखी भी मुनाफा कमा रही हैं. ऐसे बनें बीसी सखी वहीं, राष्ट्रीय आजीविका मिशन की प्रभारी अधिकारी प्रवीणा शुक्ल ने बताया कि महिलाओं को बीसी सखी बनने के लिए आवेदन करने का अवसर दिया जाता है. जो भी महिला बीसी सखी बनना चाहती है, वह अपने आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक, फोटो और मोबाइल नंबर के साथ अपना निवास प्रमाण पत्र जमा कर सकती है. प्राथमिकता के आधार पर, उनके समूह के जरिए उन्हें बीसी सखी बनाने का काम किया जाएगा, जिससे उनका जीवन बेहतर हो सके और वे मुनाफा कमा सकें. Tags: Amethi news , Local18 , uttar pradesh बहुत हो गया चूहों का आतंक, आजमाएं ये 5 देसी नुस्खे, घर में हर सामान रहेगा सुरक्षित! Firozabad Bakra Mela: बकरियों का यह मेला मुर्रा भैंस को भी कर देता है फेल, लाखों रुपए लगती है कीमत, हर नस्ल भी उपलब्ध घंटों तक कोयले की भट्टी पर दूध होता है गर्म, खास ड्राई फ्रूट डालकर बनाए जाते हैं पेड़े, सालों से स्वाद बरकरार Diwali 2024: इस बार बाजार में इको फ्रेंडली दीयों की डिमांड, समूह की दीदीयां कर रहीं तैयार, घर बैठे मिला रोजगार 'मैं खुद को स्टार नहीं मानती', 67 की उम्र में भी हिट पे हिट दे रहीं एक्ट्रेस, कभी डेब्यू से मचाया था तहलका Surbhi Jyoti Sangeet: घूंघट काढ़ टीवी की ‘नागिन’ ने लगाए ठुमके, भरी महफिल में पति ने गोद में उठाया और फिर… Mathura News: दिवाली पर मिठाई खरीदते समय करें ये छोटा-सा काम, राज्य कर विभाग का लकी ड्रा दिलाएगा आपको बड़ा इनाम देसी घी के छोले-भठूरे अब तक नहीं किए हैं टेस्ट, तो ये जगह आपके लिए है परफेक्ट, कीमत मात्र इतनी काजू-बादाम का भी बाप है ये सबसे हॉट ड्राई फ्रूट, मक्का से आता है UP के इस शहर, स्वाद के साथ सेहत का खजाना None

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