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नींबू के पौधों को बचाने का मंत्र, गुंदरिया रोग से निपटने के 5 आसान उपाय

बागायती फसलों में नींबू के पौधों पर कई तरह के रोग दिखाई देते हैं, जिनमें से प्रमुख है “गुंदरिया रोग”. यह एक फंगस से होने वाला रोग है, जो सबसे पहले नींबू की डाली और तने पर दिखाई देता है. इस रोग में नींबू के पौधों और उसकी डालियों पर गोंद जैसा चिपचिपा तरल पदार्थ निकलने लगता है, जिस कारण इसे गुंदरिया रोग कहा जाता है. रोग की तीव्रता और इसके असर इस रोग की तीव्रता बढ़ने पर पौधों पर चिपचिपा पदार्थ अधिक मात्रा में जमा हो जाता है, जो धीरे-धीरे पौधे को कमजोर बना देता है. इसके परिणामस्वरूप उत्पादन घट जाता है. साथ ही, पौधे के पत्ते पीले पड़ने लगते हैं, सिकुड़ने लगते हैं और धीरे-धीरे सूखने लगते हैं. इससे पौधे पर असर पड़ता है, और अंततः पूरा पौधा सूखकर नष्ट हो सकता है, जिससे किसानों को नुकसान झेलना पड़ता है. रोग से बचाव के उपाय गुंदरिया रोग से पौधों को बचाने के लिए बगीचे की स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए. नींबू के बगीचे में समय-समय पर खरपतवार और अनचाही घास को हटाते रहना जरूरी है. नींबू की डाली का सीधे पानी के संपर्क में आने से रोकने के लिए तने पर बोर्डो पेस्ट लगानी चाहिए. साथ ही, खेती करते समय ध्यान रखें कि डालियों को किसी प्रकार का नुकसान न हो. इसके अलावा, जैसे ही पौधों की डाली या तने पर गोंद जैसा पदार्थ दिखाई दे, तुरंत उस हिस्से की छाल को चाकू से निकालकर हटा देना चाहिए. रोग निवारण के लिए उपाय पौधों पर बोर्डो पेस्ट या मेटा लेक्सिल एम. जेड. नामक पेस्ट का उपयोग करना चाहिए. काटी गई छाल को जलाकर नष्ट कर देना चाहिए. इन उपायों से नींबू के पौधों को गुंदरिया रोग से बचाया जा सकता है. Tags: Local18 , Special Project मछली पालन के हैं शौकीन, तो कम लागत में होगा तगड़ा मुनाफा, जाल, लाइफ जैकेट और पंप पर मिलेगी सब्सिडी Chhath Puja: पटना के घाटों पर चढ़ा साज-सज्जा और श्रृंगार का उत्सव रंग, रात में देखें कैसा लग रहे हैं छठ घाट इन बीमारियों के लिए काल हैं ये दाने! माइग्रेन में भृंगराज रस के साथ करें इस्तेमाल, दादी-नानी भी करती थीं यही उपाय प्रियंका चोपड़ा ने किया रिजेक्ट, फिल्म बनी ऐश्वर्या राय की सबसे बड़ी DISASTER, तबाह हुआ डायरेक्टर का करियर रीवा रेडक्रॉस में इस बार बुजुर्गों ने उप मुख्य मंत्री संग जलाये दिये और फोड़े पटाखे, देखें फोटोज झील के बीच में खड़ा है राजस्थान का ये मंदिर, जहां से शाहजहां को मिली थी ताजमहल बनवाने की प्रेरणा गजब! ये है Eco-Friendly बस स्टैंड, प्लास्टिक की बोतल से बना दिया शेल्टर Tourism: पुष्कर जाने पर जरूर गुजारें यहां रात, देखने को मिलेगा बेहतरीन नजारा पिछली 10 पारी में रोहित और विराट ने मिलकर नहीं बनाए जितने रन, केएल राहुल ने अकेले किया उससे ज्यादा स्कोर, आंकड़े हैरान कर देंगे None

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