Fullanpur Village: यूपी के कई गांव हैं जहां खेती-किसानी होती है. लेकिन एक गांव ऐसा है जहां सिर्फ फूलों की खेती की जाती है. इस गांव का नाम है फुल्लनपुर. यह एक ऐसा गांव है जो महज आधे किलोमीटर में बसा है, लेकिन इसकी पहचान दूर-दूर तक फैली है. पहले इसे फतेहपुर सिकंदर के नाम से जाना जाता था, लेकिन फूलों की बढ़ती खेती और व्यापार ने इसे ‘फुल्लनपुर’ बना दिया. लोकल 18 की टीम जब इस गांव में पहुंची, तो सड़क के दोनों ओर फूलों की दुकानें नजर आईं. गुलाब, चांदनी, गेंदे और गुलदाउदी जैसे फूलों की महक आ रही थी. यहां के लोग सुबह 7 बजे से ही फूलों की मंडी सजाते हैं. ताजे फूलों की खुशबू और हरियाली यहां आने वालों का मनमोह लेती है. फूलों से ही करते हैं कमाई रवि गांव के नामी फूल विक्रेता हैं. वो बताते हैं कि उनका पूरा परिवार फूलों की खेती और माला बनाने के काम में जुड़ा है. उनके दादा-परदादा से यह कला उन्हें विरासत में मिली है. रवि बताते हैं, ‘हमारे गुलाब के बुके बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों तक जाते हैं. कीमत 200 रुपये से 500 रुपये तक होती है, जो फूलों की गुणवत्ता पर निर्भर करती है.’ हालांकि, कई विक्रेताओं ने बताया कि फूलों का व्यापार मुश्किल है और खर्च निकाल पाना चुनौतीपूर्ण हो जाता है, लेकिन फिर भी वे इस पुश्तैनी काम को छोड़ने के बारे में सोचते तक नहीं. फूलों से जुड़े काम करते हैं कई परिवार फुल्लनपुर की सुबह खास होती है. यहां की मंडी सूरज उगते ही गुलजार हो जाती है. 500 से ज्यादा परिवार इस व्यापार पर निर्भर हैं. शादी, त्यौहार या किसी शोक कार्यक्रम – हर अवसर के लिए फुल्लनपुर से फूलों की आपूर्ति होती है. गुलाब, गुलदाउदी और ग्लेडियोलस के फूलों से बुके बनाए जाते हैं. रवि बताते हैं कि एक बुके बनाने में लगभग 10 मिनट लगते हैं, जिसमें सस्ती से महंगी घासों का इस्तेमाल होता है. इसे भी पढ़ें – आधी रात लग जाता है ये बाजार, चारों तरफ से आती है खुशबू ही खुशबू, न कपड़े-न खाना…आखिर मिलता क्या है यहां? गाजीपुर के मोहम्मदाबाद, जमानिया और करंडा जैसे क्षेत्रों में भी फुल्लनपुर की मंडी से फूलों की आपूर्ति की जाती है. यहां के लोगों का कहना है की अगर हमें सरकार थोड़ी सी भी मदद कर देगी तो इस गांव की पहचान देश भर में हो जाएगी और साथ ही साथ उनके व्यवसाय की भी महक बढ़ जाएगी. Tags: Ghazipur news , Local18 घर पर ही इस आसान तरीके से उगाएं मेथी, बढ़ जाएगा पराठे और सब्जी का स्वाद नैनो डीएपी से बदल रही किसानों की किस्मत! जानिए कैसे ये लिक्विड खाद आपके खेत में कर सकता है चमत्कार साल में दो बार करें चुकंदर की खेती, 80 दिनों में हो जाती है तैयार, बिहार का किसान कमा रहा सालाना 3 लाख Rajasthan Tourism: चौंका देंगे आंकड़े, राजस्थान में पर्यटकों ने तोड़ा पिछला रिकार्ड, नए साल के लिए सभी होटल हाउसफुल Success Story: ड्राइविंग छोड़कर शुरू किया मछली पालन, 40 परिवारों को इस व्यवसाय जोड़ा, अब बना करोड़पति! Christmas 2025 : दिल्ली में आज रात से शुरू हो जाएगा क्रिसमस का जश्न, इन जगहों पर होंगे बड़े इवेंट Snake Enemy Plant: सांपों का दुश्मन है ये पौधा, घर के दरवाजे पर लगा दें; नहीं आएगा कोई भी सांप! New Year 2025: नए साल के जश्न के लिए ये हैं चित्रकूट की टॉप 5 जगहें, यहां आपका New Year बन जाएगा यादगार Agri Tips: आलू के साथ उगा लें ये सब्जी, एक खेत से एक समय में होगा डबल मुनाफा, लागत होगी कम None
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December 24, 2024What’s New
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