खरगोन. मध्य प्रदेश के खरगोन जिले का प्राचीन ऐतिहासिक किला खंडहर में तब्दील हो रहा है. पुरातत्व विभाग-प्रशासन की उपेक्षा से अमूल्य धरोहर दुर्दशा के आंसू बहा रही है. 16वीं शताब्दी की इस धरोहर की हालत देखकर लोगो में नाराजी है. यहां के पूर्व कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने धरोहर को सहजने के लिए हैरिटेज होटल और कैंटीन सहित विकास की योजना नगरपालिका से बनवाई थी. लेकिन, इसकी फाइल ऑफिस में ही कहीं दब गई. पुरातत्व विभाग और शासन स्तर की उपेक्षा के चलते इस बड़ी योजना ने फाइलों में ही दम तोड़ दिया. गौरतलब है कि पिछले दिनों इस प्राचीन किले की एक दीवार का टुकड़ा गिर गया था. इसके बाद भी पुरातत्व विभाग के जिम्मेदारों ने कोई सुध नहीं ली. इसे लेकर नाराज युवाओं का कहना है कि यह मामला बेहद गंभीर है. स्थानीय युवा शुभम बगलाने ने कहा कि दुर्भाग्य है कि हमारी प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर की हर ओर से उपेक्षा हो रही है. पुरातत्व विभाग, प्रशासन और नेता, कोई भी इसकी सुध नहीं ले रहा. यही भी पढ़ें:- भोपाल के जंगलों में मिली लावारिस गाड़ी, भरा था 52 किलो सोना-15 करोड़ कैश, कौन है इसका मालिक? फाइल में दब गई विकास की योजना वहीं, पुरातत्व प्रेमी मिलिन महाजन ने कहा कि ऐसा भी नहीं है की खरगोन के किले को विकसित करने के लिए रूपरेखा तैयार नहीं की गई थी. 22 जुलाई 2022 को उस वक्त जिले के कलेक्टर रहे कुमार पुरूषोत्तम, एसपी धर्मराज मीना ने नगरपालिका सीएमओ प्रियंका पटेल के साथ किले परिसर का निरीक्षण किया. उस वक्त इसे दिल्ली के अमर जवान ज्योति स्मृति की तरह विकसित करने का निर्णय किया था. मिलिन महाजन ने बताया कि उस वक्त की योजन फाइल में ही दब गई. उस वक्त जो अधिकारी थे उनका ट्रांसफर हो गया. अब कोई भी इसकी सुध लेने वाला नहीं है. पुरातत्व प्रेमी और इतिहास की जानकारी रखने वाले युवाओ का मानना है कि खरगोन में आजादी के बाद से ही धरोहर की उपेक्षा हो रही है. इस तरह सजाया जाना था किला यहां स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के लिए बने स्थलों की तरह पेंटिंग करने की परिकल्पना थी. जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, आर्मी के जवान और पुलिस जवानों की स्मृति को बनाए रखने के लिए पट्टिकाओं पर नाम अंकित किए जाने थे. किले परिसर में मौजूद फाउंटेन का भी जीर्णोद्धार किया जाना था. लेकिन, कुछ नहीं हुआ. नगरपालिका सीएमओ एमआर निगवाल का मानना है कि किला नगरपालिका सीमा में है. लेकिन, यह पुरातत्व विभाग के अधीन है. वर्तमान में किले के विकास को लेकर नगरपालिका की कोई कार्ययोजना नहीं है. किले के आसपास अमृत-2 योजना में स्टोन लगाए गए हैं. पुरातत्व विभाग की कार्ययोजना की जानकारी नगरपालिका को नहीं है. Tags: Bhopal news , Mp news इस बिरयानी के सामने हैदराबादी बिरयानी भी फेल है, तड़का मारने का तरीका देख आप भी कहेंगे वाह, अनोखी है रेसिपी कभी सोचा है धुंआ आसमान में ही क्यों जाता है, नीचे क्यों नहीं आता? इस तरीके से करें शिमला मिर्च की खेती, लाखों में होगी इनकम, समय की भी होगी बचत ऑर्गेनिक तरीके से करें इस फल की खेती, लाखों में होगी कमाई, 10 रुपए/पौधा मिलेगा अनुदान यह देसी चीज इंसुलिन की फैक्ट्री, नस-नस में जमी शुगर को निकाल देगी बाहर, बिना दवा के डायबिटीज होगी कंट्रोल ! इस अचार के आगे फेल है आम-मिर्च का अचार, सिर्फ सर्दियों में ही होता है उपलब्ध, ऐसे होता है तैयार क्या आप जानते हैं बृजेश्वरी माता मंदिर से जुड़े पांच रहस्य? अगर नहीं, तो ये रहस्यमयी तथ्य आपको चौंका देंगे आटा गूंथते समय मिलाएं ये सस्ती चीजें, कब्ज की समस्या, गैस और अपच का होगा परमानेंट इलाज मामूली सी दिखने वाली ये लकड़ी देती है चमत्कारिक फायदे, दादी-नानी के समय से हो रही इस्तेमाल None
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December 24, 2024What’s New
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