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Public Opinion: ग्रेप-4 के बीच कई जगह कंस्ट्रक्शन का काम जारी, लोगों ने उठाए सवाल

नोएडा: प्रदूषण का स्तर एक बार फिर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. बढ़ते वायु प्रदूषण से जनजीवन अस्त-व्यस्त है. ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत चौथे स्तर की पाबंदियां लागू की गई हैं, जिसमें सभी प्रकार के निर्माण कार्यों पर रोक शामिल है. प्रशासन द्वारा सड़कों पर पानी का छिड़काव और एंटी-स्मॉग गन जैसे उपाय किए जा रहे हैं. इसके बावजूद कई स्थानों पर चोरी-छिपे निर्माण कार्य जारी हैं, जिससे प्रदूषण की समस्या और गंभीर हो रही है. हालांकि, प्रशासन ने निर्माण कार्यों पर रोक का दावा किया है, लेकिन लोटस ब्लूवर्ड और गोल्डन पाम जैसी सोसाइटियों के पास अवैध निर्माण गतिविधियां देखी जा रही हैं. स्थानीय निवासियों ने नोएडा प्राधिकरण और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं. प्रदूषण से राहत पाने के लिए सोसाइटियों ने आर्टिफिशियल रेन और अन्य उपाय किए हैं. निवासियों का कहना है कि ये कदम केवल अस्थायी राहत प्रदान करते हैं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं है. वहीं, लोग मास्क, एयर प्यूरीफायर, और घर के अंदर पौधों का उपयोग कर प्रदूषण के प्रभाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं. प्रदूषण से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याएं स्थानीय निवासी राजेश श्वासवत, मयंक सिंह, शुभम श्वासवत, रवि मिश्रा, और कुलदीप शर्मा ने बताया कि प्रदूषण के कारण उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. लोग आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं. बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर माता-पिता चिंतित हैं और उन्हें बाहर खेलने की अनुमति नहीं दे रहे. सुबह-शाम वर्कआउट करने वाले युवाओं के लिए भी यह समस्या बन गई है. दिल्ली की स्थिति और भी खराब नोएडा के निवासियों ने दिल्ली के खतरनाक प्रदूषण स्तर पर चिंता व्यक्त की है. दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) नोएडा से भी ज्यादा खराब है. गुरुवार को नोएडा का AQI 400 दर्ज किया गया, जबकि दिल्ली के कई इलाकों में यह इससे भी ऊपर था. निवासियों का कहना है कि दिल्ली में रहना अब भगवान भरोसे हो गया है. निवासियों की मांग स्थानीय निवासियों ने प्रशासन और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से अवैध निर्माण पर सख्त कार्रवाई और प्रदूषण नियंत्रण के लिए ठोस उपायों की मांग की है. उनका कहना है कि केवल कागजी कार्रवाई से समस्या का समाधान संभव नहीं है. Tags: Local18 , Public Opinion इस बिरयानी के सामने हैदराबादी बिरयानी भी फेल है, तड़का मारने का तरीका देख आप भी कहेंगे वाह, अनोखी है रेसिपी कभी सोचा है धुंआ आसमान में ही क्यों जाता है, नीचे क्यों नहीं आता? इस तरीके से करें शिमला मिर्च की खेती, लाखों में होगी इनकम, समय की भी होगी बचत ऑर्गेनिक तरीके से करें इस फल की खेती, लाखों में होगी कमाई, 10 रुपए/पौधा मिलेगा अनुदान यह देसी चीज इंसुलिन की फैक्ट्री, नस-नस में जमी शुगर को निकाल देगी बाहर, बिना दवा के डायबिटीज होगी कंट्रोल ! इस अचार के आगे फेल है आम-मिर्च का अचार, सिर्फ सर्दियों में ही होता है उपलब्ध, ऐसे होता है तैयार क्या आप जानते हैं बृजेश्वरी माता मंदिर से जुड़े पांच रहस्य? अगर नहीं, तो ये रहस्यमयी तथ्य आपको चौंका देंगे आटा गूंथते समय मिलाएं ये सस्ती चीजें, कब्ज की समस्या, गैस और अपच का होगा परमानेंट इलाज मामूली सी दिखने वाली ये लकड़ी देती है चमत्कारिक फायदे, दादी-नानी के समय से हो रही इस्तेमाल None

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