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CAT 2024 Exam Result : राज्य में तीसरा स्थान लाकर आदित्य ने गढ़ा कीर्तिमान; CAT में आए 99.5 परसेंटाइल! जानें खास टिप्स...

रांची. गुरुवार रात आई आई एम कोलकाता ने कॉमन एप्टीट्यूड टेस्ट यानी कैट के रिजल्ट की घोषणा कर दी. झारखंड की राजधानी रांची के रहने वाले आदित्य नाथ ने 99.5 परसेंटाइल लाकर पूरे झारखंड में तीसरा स्थान हासिल किया. आदित्य ने लोकल 18 से खास बातचीत की और बताया कंसिस्टेंसी और हार्ड वर्क, यह दो चीज है जिसके बदौलत यह सफलता मुमकिन हो पाया है. आदित्य ने बताया, मैं आईएमएस इंस्टिट्यूट में फैकेल्टी के तौर पर हूं. यहां पर 2017 से पढ़ा रहा हूं. दिन में बच्चों को पढ़ाता था और सुबह और शाम में मैं खुद के लिए समय निकालता था. सुबह उठते ही सबसे पहले तीन से चार मॉक टेस्ट जरूर देता था. कैट में मॉक टेस्ट सबसे जरूरी होता है. क्योंकि यह आपको एक आईना दिखाता है कि आप कहां पर हैं और फिर उसको एनालाइज करना भी बहुत जरूरी है. इन चीजों का रखा विशेष ध्यान आदित्य बताते हैं, सबसे पहले कंसिस्टेंसी. अगर कंसिस्टेंसी नहीं है तो आप कितने भी इंटेलिजेंट क्यों ना हों, एग्जाम ट्रैक करना मुश्किल है. अगर आपके पास कंसिस्टेंसी है, यानी कि आप हर दिन 3 घंटा पढ़ें, कोई भी त्यौहार आ जाए, अगर आप उससे भी हर दिन 3 घंटा निकालकर पढ़ते हैं, तो 1 साल आपके लिए काफी होगा. ऐसे में कोई एवरेज बच्चा भी टॉपर बना सकता है. टेस्ट के बाद एनालाइज करना बेहद जरूरी इसके अलावा सिर्फ मॉक टेस्ट देने से नहीं होता. बल्कि, उसको एनालाइज भी करना पड़ता है. मैं हमेशा एनालाइज करता था कि गलती कहां हो रही है और मेरा कमजोर पॉइंट क्या है. मैंने देखा इंग्लिश में कमी है तो मैं एक घंटा अधिक इंग्लिश में बिताता था व एनसीआरटी से शुरुआत की, क्योंकि एनसीईआरटी से बेस मजबूत होता है और कांसेप्ट क्लियर होता है. अखबार पढ़ने में पहले टाइम्स आफ इंडिया से किया शुरुआत कई बार लोग सीधे ‘द हिंदू’ पर जंप कर जाते हैं, और तब उन्हें, जो हार्ड इंग्लिश वर्ड है, वह समझ नहीं आता और उन्हें फिर यह एग्जाम ही हार्ड लगने लगता है. लेकिन यह तरीका ही गलत है. सबसे पहले मैंने टाइम्स ऑफ़ इंडिया पढ़ा और उसकी भाषा समझी, जब टाइम्स आफ इंडिया एकदम स्ट्रांग हुआ तब मैंने द हिंदू पढ़ना शुरू किया और इससे मैं प्रेसीज नोट्स बनाना शुरू किया और समय-समय पर रिवाइज भी करता था. 12th में आए थे 58% आगे उन्होंने कहा कि- “मैं एक बात बताना चाहता हूं कि मेरा 12th में सिर्फ 58% आया है. कई बार लोगों के मन में एक सवाल होता है कि मैं तो इंटेलिजेंट नहीं हूं, मेरा एकेडमी अच्छा नहीं है तो मैं इतना हार्ड एग्जाम कैसे क्रैक कर पाऊंगा. मेरे मैथ्स में भी 12th में बहुत ही कम नंबर थे, जो मैं यहां बता भी नहीं सकता. इसलिए अगर आपके मन में यह सवाल है कि आपका मैथ्स अच्छी नहीं है, इंग्लिश अच्छी नहीं है तो आप एक्जाम क्रैक नहीं कर पाएंगे. तो ऐसा नही है. अगर आप बोर्ड एग्जाम में फेल भी हो गये हैं तो भी आप 1 साल इस एग्जाम को कंसिस्टेंसी के साथ समय देते हैं तो आप जरूर एग्जाम को क्लियर करेंगे. नोट्स बनाना बहुत जरूरी उन्होंने आगे बताया, मैं हर सब्जेक्ट का नोट्स जरूर बनाता था और एग्जाम के पहले दो से तीन बार रिवाइज भी किया करता था. कम से कम इतना बार तो रिवाइज करना ही है. रिवाइज करते-करते आपका नोट्स और भी प्रेसीज होते चला जाता है. मॉक और रिवीजन यह दो चीज है जिसके बदौलत सफलता लिखी जा सकती है. Tags: Cat , Jharkhand news , Local18 , Ranchi news 7.9 रेटिंग वाली मिस्ट्री थ्रिलर फिल्म, 1 किडनैपिंग से शुरू होती है कहानी, दिमाग का फ्यूज उड़ा देगा क्लाइमैक्स कभी सोचा है, छींकते वक्त आंखें हमेशा बंद क्यों हो जाती हैं? सर्दियों में घर पर जरूर बनाएं आंवले की ये टेस्टी रेसिपी, खाने में आ जाएगा मजा, नोट कर लें बनाने की विधि बॉलीवुड के सुपरस्टार सिंगर, सिंपलसिटी ऐसी बीच सड़क पर स्कूटी रोककर किया ये काम, घर देखने देशभर से आते हैं टूरिस्ट कौन है ये बाबा जिन्होंने 12 सालों से हाथ नीचे ही नहीं किया? Jungle news: मगरमच्छ जैसी होती है इस अनोखे कछुए की खाल, इसके जबड़े से निकल पाना होता है नामुमकिन हीरो ने डेढ़ साल ली ट्रेनिंग, बनाई दमदार बॉडी, फिर भी FLOP निकली 95 करोड़ी फिल्म, IMDb पर है हाई-फाई रेटिंग ये धुंध का नाता सिर्फ सर्दियों से ही क्यों है? गर्मी में इसे क्या हो जाता है छोड़िए पान-बीड़ी का धंधा... पाल लिया ये 5 नस्ल की गाय तो समझिए सेट है लाइफ, घर ही बन जाएगा ATM None

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