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Diffusion Engineers : डिफ्यूजन इंजीनियर्स का स्टॉक आईपीओ प्राइस से 17% मजबूत, क्या प्रॉफिट लेकर निकल जाएं या होल्ड करें

Follow Us IPO Market Latest News : यह आईपीओ 26 सितंबर से 30 सितंबर तक खुला था और इसे 114.50 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. (Freepik) IPO Listing News : डिफ्यूजन इंजीनियर्स (Diffusion Engineers) का इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) निवेशकों के लिए मुनाफे की डील साबित हुआ है. कंपनी का स्टॉक आज बीएसई पर 188 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि आईपीओ प्राइस 168 रुपये था. वहीं इंट्राडे में यह मजबूत होकर 197 रुपये पर पहुंच गया. यानी आईपीओ में शेयर पाने वाले निवेशकों को 17 फीसदी मुनाफा हो चुका है. सवाल यह है कि क्या मुनाफा कमाने के बाद शेयर बेच देना चाहिए या और अधिक फायदे के लिए होल्ड करना चाहिए. यह आईपीओ 26 सितंबर से 30 सितंबर तक खुला था और इसे 114.50 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था. Stocks to Buy : बाजार से चाहिए फटाफट मुनाफा? 1 महीने में 15 से 17% रिटर्न पाने का मौका, ब्रेकआउट के बाद तेजी के मूड में ये 3 स्टॉक Swastika Investmart के हेड आफ वेल्थ, शिवानी न्याती का कहना है कि डिफ्यूजन इंजीनियर्स लिमिटेड, जो कोर इंडस्ट्री के लिए हैवी मशीनरी, वियर प्लेट्स और पार्ट्स और वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स का निर्माण करती है, ने शेयर बाजार में एक शांत शुरुआत की है. इंफ्रास्ट्रक्चर और इंडस्ट्रियलाइजेशन में पर्याप्त निवेश के साथ एक उभरती इंडस्ट्री के भीतर बिजनेस फंक्शन है. संगठन आगे एंट्रीग्रेशन और डाइवर्सिफिकेशन को प्राथमिकता देकर भविष्य के ग्रोथ के लिए तैयार है. कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ स्टेबल है और मुनाफा बढ़ रहा है. जिन लोगों ने आईपीओ में पैसे लगाए थे और उन्हें शेयर अलॉट हुए थे, वे कंपनी के प्रदर्शन और बाजार की स्थिति पर सावधानीपूर्वक नजर रखते हुए, साथ ही आईपीओ प्राइस पर स्टॉप लॉस बनाए रखते हुए कंपनी का शेयर आगे के लिए होल्ड कर सकते हैं. SIP Champion : SBI की इस स्‍कीम ने 5000 रुपये की एसआईपी को बना दिया 3 करोड़, हर फेज में रिटर्न देने का सॉलिड रिकॉर्ड डिफ्यूजन इंजीनियर्स की शुरुआत 1982 में हुई थी. ये वेल्डिंग कंज्यूमेबल्स, वियर प्लेट्स और वियर पार्ट्स और कोर इंडस्ट्रीज के लिए हैवी इंजीनियरिंग मशीनरी की मैन्युफैक्चरिंग के बिजनेस में शामिल है. कंपनी अपनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी में सुपरकंडिशनिंग प्रोसेस, मशीन कंपोनेंट्स के लिए सर्फेस ट्रीटमेंट सॉल्यूशन उपलब्ध करती है जो वियर रसिस्टेंस बढ़ाते हैं, स्ट्रेस घटाते हैं और रिपेयरबिलिटी में सुधार करते हैं जिससे उनका लाइफस्पेन बढ़ता है और प्रोडक्शन की लागत घटती है. मौजूदा समय में कंपनी चार मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स से ऑपरेट करती है. इनमें से यूनिट्स I, II और III नागपुर के नागपुर इंडस्ट्रीयल एरिया में स्थित हैं. जबकि यूनिट IV नागपुर के खपरी में है. SIP Super Stars : 5 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाली 10 इक्विटी स्कीम, 40 से 50% सालाना की दर से बढ़ रहा है पैसा हालांकि कंपनी अपनी सेल्स के लिए घरेलू बाजार पर निर्भर है. इसमें कोई गिरावट आने पर मार्केट शेयर पर असर पड़ सकता है. कंपनी का कुछ वित्त वर्ष में निगेटिव कैश फ्लो रहा है. कंपनी का बिजनेस वर्किंग कैपिटल इंटेंसिव है. उसके ऑपरेशंस के किसी अपर्याप्त कैश फ्लो या अपनी वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज लेने की क्षमता न होने से बिजनेस और ऑपरेशंस पर बुरा असर पड़ सकता है. (Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.) None

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