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छठ विशेष: बक्सर में असमिया बांस से तैयार हो रहा सूप और दउरा, कारीगरों को ज्यादा आमदनी की आस

बक्सर. जिले में छठ महापर्व को लेकर दलित बस्ती में सूप और दउरा का निर्माण बहुत तेजी से किया जा रहा है. जिले में इस साल असम से आये हुए बांस से सूप और दउरा बनाया जा रहा है. इसके लिए असम से काफी संख्या में बांस मंगाए गए हैं. बस्ती के करीब एक दर्जन से अधिक परिवार इसे बनाने में जुटे हुए हैं. इससे बने सूप और दउरा से लोग अच्छी कमाई की उम्मीद लगा रहे हैं, जिसको लेकर मिठाई लाल बांसफोर और मनोज कुमार बांसफोर जैसे कई लोगों ने इससे जुड़ी पूरी कहानी बताई है. एक बांस से 4 दउरा बनकर तैयार मिठाई लाल बांसफोर ने बताया कि इस साल सूप और दउरा असामी बांस से बनाया जा रहा है, कच्चे बांस को पतले-पतले टुकड़ो में काटकर उसे गुथते हुए सूप, दउरा का शक्ल दिया जाता है, जिसके बाद इसे रंगकर आकर्षक बनाया जाता है. एक असमिया बांस की कीमत 200 रुपए है. एक बांस में 4 दउरा बनता है, जिसे तैयार करने में एक से डेढ़ दिन लगता है. 4 दउरा को बनाने के लिए 3 से 4 आदमी की जरूरत पड़ती है. छोटे साइज का दउरा 200 रुपया जबकि बड़े साइज का दउरा 250-300 रुपए में मिलता है. दउरा, सूप की खूब बिक्री से छठ में अच्छी कमाई की उम्मीद है. इसके अलावा शादी-विवाह के समय में भी अच्छी कमाई होने का अनुमान लगाया जा रहा है. घर चलाने के लिए करनी पड़ती है 300 से 400 रुपए की मजदूरी वहीं, मनोज बांसफोर ने कहा कि पहले इसी रोजगार से हमलोग खुश थे, लेकिन प्लास्टिक को बढ़ावा मिलने के बाद खानदानी व्यवसाय पर संकट मंडराने लगा है. सरकार हमलोगों पर ध्यान नहीं दे रही है. छठ में कमाई की उम्मीद है. बाकी दिनों में तो परिवार चलाने के लिए दूसरे जगहों पर 300 से 400 रुपए की मजदूरी करनी पड़ती है. उन्होंने बताया कि पहले शादी-विवाद में खांची, सूप, दउरा और डाला आदि का ऑर्डर मिलता था. मेहनत की कीमत के साथ शगुन, पैसा और कपड़ा भी मिलता था लेकिन अब मिट्टी ढोने वाले खांची का स्थान प्लास्टिक की डाली ने ले लिया है, जिसकी वजह से इस रोजगार पर खतरा मंडराने लगा है. पटना और देवघर से मंगाया गया सूप, दउरा लोकल दुकानदारों ने बताया कि बक्सर में बांस के कारीगरों की संख्या काफी कम है. इसलिए जिले में छठ पर्व के लिए पटना और देवघर से भी सूप, दउरा मंगाया गया है. दउरा की कीमत 300 रुपए बताई जा रही है. वहीं, 50 रुपए में सूप की बिक्री हो रही है. बक्सर के नगर थाना चौक, रामरेखा घाट, ठठेरी बजार, ज्योति चौक, अंबेडकर चौक, गोलंबर पर दुकानें सजाई गई हैं. छठ पूजा में अवश्य करें इन नियमों का पालन 1. छठ पूजा के दौरान व्रत रखने वाले जातक को पलंग पर नहीं सोना चाहिए. वह जमीन पर चादर बिछाकर सो सकता है. 2. छठ पूजा के दौरान सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए. 3. इस पर्व के 4 दिन तक व्रती को नए वस्त्र धारण करने चाहिए. 4. इसके दौरान भूलकर भी मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए, ऐसा करने से जातक को छठी मैया की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है. 5. किसी से वाद-विवाद न करें. साथ ही बड़े बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान न करें. Tags: Bamboo Products , Bihar Chhath Puja , Chhath Mahaparv , Local18 , bihar मछली पालन के हैं शौकीन, तो कम लागत में होगा तगड़ा मुनाफा, जाल, लाइफ जैकेट और पंप पर मिलेगी सब्सिडी Chhath Puja: पटना के घाटों पर चढ़ा साज-सज्जा और श्रृंगार का उत्सव रंग, रात में देखें कैसा लग रहे हैं छठ घाट इन बीमारियों के लिए काल हैं ये दाने! माइग्रेन में भृंगराज रस के साथ करें इस्तेमाल, दादी-नानी भी करती थीं यही उपाय प्रियंका चोपड़ा ने किया रिजेक्ट, फिल्म बनी ऐश्वर्या राय की सबसे बड़ी DISASTER, तबाह हुआ डायरेक्टर का करियर रीवा रेडक्रॉस में इस बार बुजुर्गों ने उप मुख्य मंत्री संग जलाये दिये और फोड़े पटाखे, देखें फोटोज झील के बीच में खड़ा है राजस्थान का ये मंदिर, जहां से शाहजहां को मिली थी ताजमहल बनवाने की प्रेरणा गजब! ये है Eco-Friendly बस स्टैंड, प्लास्टिक की बोतल से बना दिया शेल्टर Tourism: पुष्कर जाने पर जरूर गुजारें यहां रात, देखने को मिलेगा बेहतरीन नजारा पिछली 10 पारी में रोहित और विराट ने मिलकर नहीं बनाए जितने रन, केएल राहुल ने अकेले किया उससे ज्यादा स्कोर, आंकड़े हैरान कर देंगे None

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