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जस्टिन ट्रूडो का जाना भारत के लिए कैसे है अच्छी बात, क्या कनाडा संग तल्खी होगी खत्म? जानिए

नई दिल्‍ली. पिछले करीब डेढ़ साल से भारत के खिलाफ मोर्चा खोले बैठे कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को आखिर अपने पद से इस्‍तीफा दे ही दिया. ट्रूडो ने काम ही ऐसा किया था, जिसके चलते जिस लिब्रल पार्टी को उन्‍होंने फर्श से अर्श तक पहुंचाया था, उसी पार्टी के नेता एक-एक कर पूर्व पीएम के दुश्‍मन बन बैठे थे. पहले भारत से पंगा और फिर अमेरिका के होने वाले नए राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप के सख्‍त तेवरों के बीच ट्रूडो को अपना पद छोड़ना पड़ा. अब बड़ा सवाल यह है कि क्‍या प्रधानमंत्री पद छोड़ने के बाद भारत और कनाडा के बीच संबंध सुधर जाएंगी? इस बात की संभावना काफी हद तक होती हुई नजर तो आती है. दरअसल, जस्टिन ट्रूडो खालिस्‍तान समर्थन के नाम पर अपने देश में अल्‍पसंख्‍यकों के बीच खूब पैंठ बनाने की उम्‍मीद कर रहे थे. हालांकि इसके उलट बहुसंख्‍यक कनॉडाई लोग अलगावादियों का समर्थन करने के कारण ट्रूडो से नाराज हो गए. कनाडा के लोकल बाशिंदे नहीं चाहते कि उनके संबंध भारत से खराब हों या फिर उनके देश में कट्टरपंथी विचारधारा से जुड़े लोगों को समर्थन मिले. कनाडा में इसी साल अक्‍टूबर-नवंबर में आम चुनाव होने हैं. ऐसे में लिब्रल पार्टी इलेक्‍शन जीतने के लिए बहुसंख्‍यक कनाडाई लोगों की नाराजगी झेलना नहीं चाहेगी. वो पूरी कोशिश करेगी कि ना सिर्फ भारत और अमेरिका से उनके संबंधों में सुधार हो बल्कि खालिस्‍तानी चरमपंथी ताकतों को भी एक हद से आगे ना बढ़ने दिया जाए. भारत से नजदीकी कनाडा की मजबूरी कनाडा की अर्थव्‍यवस्‍था कोरोना काल के बाद से ही बेहद खराब स्थिति में है. युवाओं के लिए नौकरियों की खासी कमी है. भारत से पंगा लेने के बाद पहले ही दोनों देशों के बीच व्‍यापार प्रभावित हुआ है. रही सही कसर डोनाल्‍ड ट्रंप के चुनाव जीतने ने पूरी कर दी. ट्रंप बार-बार कनाडा से आए माल पर टैरिफ (नए टैक्‍स) लगाने की धमकी दे रहे हैं. ऐसे में कनाडा हर हाल में भारत से अपने संबंधों को सुधारना चाहेगा ताकि उसका माल भारतीय बाजारों में बिक सके. खालिस्‍तानी चरमपंथियों पर होगा एक्‍शन? कनाडा में इस वक्त खालिस्‍तान समर्थकों को खुली छूट मिली हुई है. यही वजह है कि भारत और कनाडा के बीच संबंधों में गिरावट आई. अब कनाडा में जो भी नया प्रधानमंत्री बनेगा वो इन कट्टरपंथी ताकतों पर भले ही कोई बड़ा एक्‍शन नहीं ले, लेकिन उन्‍हें आउट ऑफ कंट्रोल होने से रोकने का प्रयास जरूर करेगा. जस्टिन ट्रूडो इन चरमपंथियों की गोद में बैठै नजर आए थे लेकिन नए पीएम की कोशिश कनाडा की लोकल आवाम के मन में लिब्रल पार्टी के प्रति भरोसा पैदा करने की होगी. Tags: Canada News , International news , Justin Trudeau , World news 'पुष्पा 2' का बॉक्स ऑफिस पर जलवा, 5वें सोमवार को 65% की गिरावट, फिर भी बनी सबसे बड़ी हिंदी ब्लॉकबस्टर फिल्म सर्दी में सुबह खाली पेट खा लिया ये मिश्रण तो कभी नहीं होंगी ये 5 बीमारियां! घर के किचन में ही है रामबाण इलाज Cabbage Farming: गोभी में कीड़ा लगने से किसान हैं परेशान...तो इन दवाओं का करें छिड़काव Rosemary tea: स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी है ये चाय, बालों के लिए खासतौर पर फायदेमंद Khansi Paan: सर्दियों में खांसी गायब करने वाला स्पेशल पान, हर उम्र के लोग ले रहे स्वाद Chhatarpur Weather Today : 4 दिनों से छतरपुर में नहीं निकले सूर्यदेव, शीतलहर-कोहरे का कहर जारी, जानें IMD अपडेट रात में सोने से पहले खा लें बस 1 छोटी इलायची, सूजन, गैस, पेट की समस्या और बढ़ते ब्लड प्रेशर पर लग जाएगा लगाम Ujjain Bhasm Aarti : शेषनाग मुकुट और रुद्राक्ष माला सजे महाकाल, यहां देखें आज के भस्म आरती की अद्धभुत तस्वीरें कर्क राशि वालों को आज करियर-व्यापार में मिलेगी तरक्की, फिजूलखर्ची से बचें, जानें पूरा राशिफल None

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