बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर जैसे कई पहाड़ी इलाकों में अक्सर लोग घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं. पहाड़ी इलाकों में ठंड अधिक होने के कारण लोग पूरी सर्दी के मौसम में घुटनों के दर्द से जूझते रहते हैं. कई तरीके के इलाज कराने के बाद भी उन्हें दर्द से राहत नहीं मिलती है. ऐसे में आज हम आपके लिए चार आदतें लेकर आए हैं, जिन्हें अपनाकर आप युवावस्था से ही घुटनों के दर्द से बच सकते हैं. इन बातों का ध्यान रखना है जरूरी बागेश्वर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. बी एम जोशी ने लोकल 18 को बताया कि अक्सर लोग अपने युवावस्था में शरीर के प्रति कई लापरवाहियां बरतते हैं. जिस कारण उम्र ढलते ही उन्हें घुटनों में दर्द होने लगता है. ऐसे में आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए. सर्दियों के समय में घुटनों को खासतौर पर ठंड से बचाएं. ठंडी तासीर का भोजन न खाएं, पहाड़ में होने वाले गर्म तासीर के भोजन का सेवन करें. गुनगुना पानी पिए और अपने कमरे का टेंप्रेचर मेंटेंन रखें. इन चीजों का ध्यान रखेंगे तो आपको भविष्य में घुटनों से संबंधित परेशानी नहीं होगी. युवा अवस्था की लापरवाही पड़ती है भारी डॉ. जोशी कहते हैं कि घुटनों का दर्द हमारे पहाड़ की एक बहुत बड़ी समस्या है. यह दर्द युवावस्था में महसूस नहीं होता है लेकिन युवावस्था में की गई लापरवाहियों के कारण ओल्ड एज में दर्द महसूस होने लगता है. इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए लोगों को युवावस्था से ही अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहना चाहिए और बताई गई आदतों को अपनाना चाहिए. इससे आने वाले भविष्य में आपको घुटनों के दर्द का सामना न करना पड़े. साथ ही हमारे पहाड़ में कई ऐसे पौष्टिक गर्म तासीर की सब्जियां और अनाज पाए जाते हैं. जिसका सेवन कर शरीर को गर्मी दी जा सकती है. जिससे सर्दियों में बॉडी का टेंपरेचर भी मेंनटेन रहेगा. घुटनों में दर्द के कारण घुटनों में दर्द के कई कारणों से हो सकते है. खासतौर पर उम्र बढ़ने के कारण घुटनों में गठिया की प्रॉब्लम होने लगती है, जिसका दर्द भी असहनीय होता है. घुटनों में ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसे प्रॉब्लम भी हो जाती है. उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों के घिसने या ज्यादा इस्तेमाल होने के कारण यह बीमारी होती है. रुमेटीइड गठिया होने से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के अपने ऊतकों पर हमला करती है. जिस कारण घुटनों में दर्द होने लगता है. अलग-अलग हैं वजह गाउट में रक्त में यूरिक एसिड का स्तर ज्यादा होने की वजह से जोड़ों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जमा हो जाते हैं. जिस कारण दर्द उत्पन्न होता है. एंकिलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस गठिया जीन से जुड़ा होता है. सेप्टिक गठिया बैक्टीरिया, वायरस या फंगल संक्रमण से होता है. इडियोपैथिक गठिया बिना किसी कारण के ट्रिगर होता है. इन सभी अलग-अलग बीमारियों के कारण घुटनों में दर्द होता है. Tags: Bageshwar News , Health , Local18 , Uttrakhand Ujjain Bhasm Aarti : शेषनाग मुकुट और रुद्राक्ष माला सजे महाकाल, यहां देखें आज के भस्म आरती की अद्धभुत तस्वीरें कर्क राशि वालों को आज करियर-व्यापार में मिलेगी तरक्की, फिजूलखर्ची से बचें, जानें पूरा राशिफल पहली फिल्म के लिए जीता अवॉर्ड, 18 साल से हाथ नहीं लगी 1 भी हिट मूवी, फिर भी अकूत दौलत की मालकिन है ये हीरोइन जानिए महाभारत में क्या था भगवान कृष्ण के बड़े भाई बलराम का रोल, क्यों हर जगह रहे मौजूद इस देश में 600+ पास्ता की वैराइटी, जानिए कब और कैसे हुई शुरुआत यहां सर्दियों में गंगा पार उठाएं गोवा और राजस्थान का मजा IND vs AUS Border Gavaskar Trophy: 10 साल बाद ऑस्ट्रेलिया ने जीती ट्रॉफी... कितनी प्राइज मनी मिली, क्या टीम इंडिया को भी मिला पैसा बेटे की मौत के बाद परिवार को चाहिए था लड़का, बेटी का हुआ जन्म...बड़ी होकर बनी मशहूर एक्ट्रेस महाकुंभ पहुंचेंगी बुंदेलखंड की जल सहेलियां, शेयर करेंगी अपना एक्सपीरियंस None
Popular Tags:
Share This Post:
What’s New
Spotlight
Today’s Hot
-
- January 7, 2025
-
- January 7, 2025
-
- January 7, 2025
Featured News
Latest From This Week
Subscribe To Our Newsletter
No spam, notifications only about new products, updates.