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छतरपुर के कलाकार कम दाम में बेच रहे देवी मां की मिट्टी से बनी मूर्ती, पर्यावरण के प्रति जागरूकता का कदम

छतरपुर: शहर में नवरात्रि के उत्सव की तैयारी जोरों पर है, और जगह-जगह देवी जी के पंडाल सजने लगे हैं. मूर्ति कलाकार मां दुर्गा की मूर्तियों को अंतिम रूप देने में लगे हुए हैं. जहां ज्यादातर कलाकार प्लास्टर ऑफ पेरिस (पीओपी) से मूर्तियां बना रहे हैं, वहीं कुछ कलाकार पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए मिट्टी से देवी जी की मूर्तियां बना रहे हैं. इन कलाकारों में प्रमुख नाम रामबाबू कुशवाहा का है, जो छतरपुर जिले के चुरयारी गांव से हैं. मिट्टी की मूर्तियों का महत्व और सफलता रामबाबू कुशवाहा ने शुरुआत में पीओपी से बनी मूर्तियों की डिमांड के चलते ज्यादा रिस्पॉन्स नहीं पाया. लेकिन उन्होंने लोगों को समझाया कि मिट्टी से बनी मूर्तियां ही पूजनीय होती हैं. धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और अब उनके यहां पीओपी की तुलना में सस्ती और पर्यावरण-अनुकूल मिट्टी की मूर्तियां मिल रही हैं. आज रामबाबू की सभी मूर्तियां बुक हो जाती हैं, और उनका व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है. तीन साल के भीतर ही उन्होंने पीओपी की मूर्तियों का बाजार कम कर दिया है. मिट्टी की मूर्तियों की कीमत और लाभ रामबाबू कुशवाहा के यहां मिट्टी से बनी देवी जी की मूर्तियां 4100 रुपये से शुरू होकर 11 हजार रुपये तक में मिलती हैं. सबसे छोटी मूर्ति 4.5 फुट की होती है, जिसकी कीमत 4100 रुपये है, जबकि सबसे बड़ी 6 फुट की मूर्ति 11 हजार रुपये में मिलती है. रामबाबू बताते हैं कि एक मूर्ति बनाने में लगभग 2000 रुपये की लागत आती है. फिनिशिंग मिट्टी कोलकाता से मंगाई जाती है, जिसकी एक बोरी की कीमत 350 रुपये है, जबकि बाकी सामग्री स्थानीय रूप से उपलब्ध होती है. हर मूर्ति की बिक्री से उन्हें उचित लाभ होता है, जो उनकी मेहनत और माता की कृपा का परिणाम है. मिट्टी की मूर्तियां बनाने का विचार कैसे आया रामबाबू कुशवाहा ने पहले पीओपी की मूर्तियां बनाने का सोचा था क्योंकि ये बनाने में सस्ती और कम समय में तैयार हो जाती हैं. लेकिन उनके परिचित पंडित जी ने उन्हें बताया कि मिट्टी की मूर्तियां ही सही मायने में पूजनीय होती हैं और इन्हीं की नवरात्रि में स्थापना करनी चाहिए. पंडित जी की सलाह के बाद रामबाबू ने मिट्टी से ही मूर्तियां बनाने का निर्णय लिया. यह निर्णय उनके लिए फायदेमंद साबित हुआ, और उन्होंने पर्यावरण के प्रति भी अपना योगदान दिया. Tags: Chhatarpur news , Durga Pooja , Local18 , Religious Places इस शिक्षक ने शौक में लगाया पांच कीवी का पौधा, आज बन गया फलों का बगीचा 40 साल की एक्ट्रेस, 12 साल बड़े डायरेक्टर की बनी दूसरी पत्नी, 4 साल में टूटी शादी, फिरंगी बॉयफ्रेंड संग बसाया घर Rohtang Air Plane Crash: फौजी टोपियां, बर्फ में दबे अवशेष और ID कार्ड...56 साल पहले हुए विमान हादसे में अब तक क्या मिला सेहत के लिए सुपरहिट है ये मसाला, नाम है पुस्पा; मिथिलांचल में है जबरदस्त डिमांड तना छेदक हो या गंधी बग कीट, समय पर इस टॉनिक का करें छिड़काव, चावल की बंपर होगी पैदावार 'मैं ठीक हूं, गोली निकाल ली गई...' फैंस हुए परेशान तो गोविंदा ने खुद दिया हेल्थ अपडेट, जारी किया ऑडियो मैसेज मछली के साथ करें बत्तख पालन, नॉनस्टॉप होगी कमाई, दिन दूना-रात चौगुना बढ़ेगा कारोबार 1 ही हीरोइन संग किया 14 फिल्मों में काम, 21 की उम्र में साइन की थी 75 मूवी, आज एक्टिंग की दुनिया से हुआ गुमनाम फूलगोभी और पत्तागोभी की खेती करने वाले किसान ध्यान दें, ऐसे करें कीटों की पहचान; फसल को नहीं होगा नुकसान None

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