अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव कई मायनों में खास रहने वाला है. एक तरफ डेमोक्रेट ने कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है तो दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी की ओर से प्रत्याशी हैं. कमला हैरिस फिलहाल उपराष्ट्रपति हैं तो ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति रह चुके हैं. हाल के दिनों में कराए गए चुनाव पूर्व सर्वे में कमला हैरिस प्रतिद्वंद्वी ट्रंप पर भारी पड़ती दिखी हैं. कमला हैरिस का भारत से गहरा नाता है. कमला जब अमेरिका की उपराष्ट्रपति बनी थीं तो कई रिकॉर्ड बने थे और अब यदि वह राष्ट्रपति का चुनाव जीतती हैं तो अमेरिका के इतिहास में कई बातें नई होंगी. कमला हैरिस के जन्म 20 अक्टूबर 1964 को ऑकलैंड (कैलिफोर्निया) में हुआ था. उनकी मां श्यामला गोपालन भारतवंशी ब्राह्मण थीं और पिता जमैका मूल के थे. कमला हैरिस के पिता डोनाल्ड हैरिस और मां श्यामला गोपालन की मुलाकात यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया बर्कले में हुई थी. उस वक्त अमेरिका में अश्वेत समुदाय का आंदोलन चल रहा था. डोनाल्ड हैरिस और श्यामला गोपालन की मुलाकात उसी दौरान हुई थी. बाद में दोनों के बीच प्यार पनपा और उन्होंने साल 1963 में शादी कर ली. ‘न्यूयॉर्क टाइम्स’ की रिपोर्ट की मानें तो कमला के माता-पिता उन्हें पालने में रखकर विरोध प्रदर्शनों में ले जाते थे. कमला हैरिस डोनाल्ड और श्यामला की पहली संतान हैं. कमला की बहन माया का जन्म साल 1967 में हुआ था. बता दें कि साल 1972 में कमला हैरिस के माता-पिता का तलाक हो गया था. कमला हैरिस का लालन-पालन उनकी मां श्यामला गोपालन हैरिस ने ही किया था. ट्रंप क्या कमला हैरिस को हरा पाएंगे? जानिए क्या कह रहा है सट्टा बाजार, बदल गया सारा खेल 2020 में चाही थी राष्ट्रपति की उम्मीदवारी कमला हैरिस ने साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भी डेमोक्रेट की ओर से सर्वोच्च पद के लिए उम्मीदवारी चाही थी, लेकिन यह जो बाइडन के पक्ष में गया था. बाइडन ने बाद में कमला को अपना डिप्टी सेलेक्ट किया था. कमला हैरिस साल 2017-21 के दौरान अमेरिकी सीनेट में अपनी सेवाएं दे चुकी हैं. इससे पहले कमला हैरिस 2011-17 तक कैलिफोर्निया की अटॉर्नी जनरल भी रहीं. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से जुड़ी कमला हैरिस मां और बहन के साथ अक्सर ही यहां की यात्रा करती रही हैं. उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पॉलिटिकल साइंस और इकोनॉमिक्स की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया कॉलेज से लॉ की डिग्री ली थी. इस तरह मिली राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में भी जो बाइडन ही बतौर डेमोक्रेट उम्मीदवार मैदान में उतरे थे. लेकिन, होनी को कुछ और ही मंजूर था. दरअसल, जुलाई 2024 में जो बाइडन का रिपब्लिकर उम्मीदवार ट्रंप के साथ डिबेट था. इसका पूरे देश में टीवी पर सीधा प्रसारण किया जा रहा था. बाइडन का इस बहस में काफी खराब प्रदर्शन रहा था. वह ट्रंप के समक्ष टिक नहीं सके थे. इसके बाद डेमोक्रेट के अंदर और समर्थकों ने प्रत्याशी बदलने की मांग की. इस डिबेट के बाद मांग ने और जोर पकड़ ली थी. आखिरकार बाइडन ने अपना दावा वापस ले लिया और कमला हैरिस को प्रत्याशी बनाने की सिफारिश कर दी. इस तरह कमला हैरिस डेमोक्रेट पार्टी की उम्मीदवार बनीं. उसके बाद से पासा ही पलट गया है. कमला लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए ट्रंप को कई सर्वे में पीछे छोड़ा है. पैतृक गांव में प्रार्थना का दौर तिरुवरुर जिले के थुलसेंद्रपुरम गांव में उत्साह और उम्मीद का माहौल बना हुआ है और लोगों को आस है कि वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल करेंगी. हैरिस के पैतृक गांव थुलसेंद्रपुरम में ग्रामीणों ने श्री धर्म संस्था मंदिर में इस उम्मीद से प्रार्थना की है कि वह पूर्व राष्ट्रपति और रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप को हराकर विजयी होंगी. अमेरिकी आज अपना अगला राष्ट्रपति चुनने के लिए मतदान करेंगे. थुलसेंद्रपुरम कमला के नाना और पूर्व भारतीय राजनयिक पी.वी. गोपालन का पैतृक गांव है. कमला की मां श्यामला पूर्व भारतीय राजनयिक गोपालन की बेटी थीं. अगस्त 2020 में यह गांव तब सुर्खियों में आया जब कमला को उपराष्ट्रपति पद के डेमोक्रेट उम्मीदवार के रूप में नामित किया गया था और बाद में उसी साल इस गांव में उनकी जीत का जश्न मनाया गया. Tags: International news , US Presidential Election 2024 Tourism: पुष्कर जाने पर जरूर गुजारें यहां रात, देखने को मिलेगा बेहतरीन नजारा पिछली 10 पारी में रोहित और विराट ने मिलकर नहीं बनाए जितने रन, केएल राहुल ने अकेले किया उससे ज्यादा स्कोर, आंकड़े हैरान कर देंगे 220 करोड़ी SUPERHIT फिल्म, सिनेमाघरों में गूंजा था हीरो का ताबड़तोड़ एक्शन, 10 साल बाद भी OTT पर मचा रही धमाल 99 दिनों में तैयार हुई फिल्म, मिस्ट्री थ्रिलर ऐसा छूट जाएगा पसीना, हर 'मंगलवार' होता है मौत का तांडव Onion Farming: किसान प्याज की इस नस्ल की करें खेती, मात्र 100 दिनों में हो जाएगी तैयार; लागत का 75% पैसा देगी सरकार हैदराबाद में यहां मिलती है गजब की चाय, एक बार पी लिया तो भूल नहीं पाएंगे स्वाद Banana Vinegar: ऐसे तैयार करते हैं केले का सिरका, बनने में लगता है 3 महीने का समय बुखार की दुश्मन है ये जड़ी-बूटी, डेंगू-टाइफाइड में कारगर, इम्यूनिटी भी करती है बूस्ट पान है या गड़ा हुआ खजाना! कीमत 5000 रुपये, जानिए क्यों है इतना महंगा None
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