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अररिया की बुजुर्ग महिलाएं बताती हैं खरना की खास रस्में, जानिए पूजा की पूरी विधि

अररिया: छठ पूजा के अवसर पर अररिया जिले में आस्था का माहौल देखते ही बनता है. यहां के लोग बड़ी धूमधाम से छठ पूजा मनाते हैं, जिसमें खरना का विशेष महत्व है. इस परंपरा को निभाते हुए उमा देवी, जो पिछले 35 वर्षों से छठ व्रत कर रही हैं, ने लोकल 18 से बातचीत में खरना की पूजा से जुड़ी विधियां और नियम बताए. उमा देवी ने बताया कि खरना के दिन व्रती सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करते हैं और भगवान सूर्य को अर्घ्य देते हैं. इसके बाद पूरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है. शाम को मिट्टी के चूल्हे पर पारंपरिक भोजन तैयार किया जाता है, जिसमें साठी के चावल, गुड़ और दूध की खीर और घी चुपड़ी रोटियां शामिल होती हैं. यह प्रसाद व्रतधारी ही बनाते हैं, और प्रसाद को भगवान को अर्पित करने के बाद ही ग्रहण किया जाता है. खरना के नियम और परंपराएं खरना की खीर बनाने के लिए मिट्टी के चूल्हे और पीतल के बर्तनों का उपयोग किया जाता है, ताकि शुद्धता और पवित्रता बनी रहे. व्रतधारी व्यक्ति गुड़ की खीर का सेवन बंद कमरे में करता है. इसके बाद परिवार के लोग उनसे आशीर्वाद लेते हैं. सुहागन महिलाएं सिंदूर लगवाने के लिए व्रती से आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. विभिन्न देवी-देवताओं के लिए प्रसाद का वितरण खरना की खीर केले के पत्ते पर परोसी जाती है, जिसमें अलग-अलग भाग देवी-देवताओं, छठ मैया और सूर्यदेव के नाम निकाले जाते हैं. प्रसाद के रूप में केले, दूध, और अन्य पकवान भी चढ़ाए जाते हैं. यह विशेष प्रसाद पूरे परिवार में बांटा जाता है. 36 घंटे का निर्जला व्रत खरना के बाद व्रतधारी 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं, जिसमें अगली सुबह अर्घ्य देने तक जल और अन्न का त्याग करना होता है. इस कठोर व्रत का पालन करते हुए छठ पूजा की समाप्ति सप्तमी तिथि को उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर होती है. उमा देवी की सलाह उमा देवी का कहना है कि छठ का यह महापर्व केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि परिवार की सुख-समृद्धि के लिए एक आस्था का पर्व है. उनके अनुसार, छठ मैया का ध्यान करते हुए व्रती को पूर्ण शुद्धता और निष्ठा से इस पूजा का पालन करना चाहिए.इस प्रकार अररिया में छठ पूजा की परंपरा को न केवल श्रद्धा के साथ मनाया जाता है, बल्कि पीढ़ियों से चली आ रही इस आस्था को भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने का काम भी किया जा रहा है. Tags: Bihar News , Local18 Jimikand Cultivation: औषधीय गुणों से भरपूर जिमीकंद की करें खेती, होगी तगड़ी कमाई, जानिए तरीका सिर्फ 100 दिनों में होगी लाखों की कमाई, सर्दियों में इस तरह करें धनिया की खेती पति खोया पर हौसला नहीं! मेहनत से अपने पैरों पर हुईं खड़ी, रौशन किया खुद का भविष्य स्पेन में बाढ़ का ऐसा कहर, कचरे से निकल रही लाशें, दिल चीर देगी भयावह तस्वीर IPS का छठ, केरल में जन्मी... झारखंड में पोस्टिंग, बेहद रोचक है महिला SP के व्रत शुरू करने की कहानी क्या आप जानते हैं दुनिया में ऐसे कितने देश हैं, जहां कोई भारतीय नहीं है? बहुत लोगों को नहीं होगा पता! सूखे और आवारा जानवरों से हैं परेशान? करें इस औषधीय पौधे की खेती! बन जाएंगे लखपति Chhath Pooja: छठ पूजा पर इस मंदिर में होता है विशेष यज्ञ का आयोजन, पूजा में आने वाले श्रद्धालुओं की हर मन्नत होती है पूरी Garlic Benefits: ड्राई फ्रूट से महंगा ये पहाड़ी लहसुन, कई गुणों से है भरा; 3 साल में होता तैयार None

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